Modi Manipur Visit 2025: पूर्वोत्तर में होने वाली Modi Manipur Visit 2025 से पहले ही माहौल गर्म हो गया है। Churachandpur और Imphal में प्रधानमंत्री के स्वागत में लगे पोस्टर और बैनर हटाए जाने या फाड़े जाने की घटनाओं ने सुरक्षा तैयारियों को चर्चा में ला दिया है। इसी के साथ उखरूल ज़िले के फुंग्यार विधानसभा क्षेत्र में BJP के कई स्थानीय पदाधिकारियों के इस्तीफे सामने आए हैं।

प्रधानमंत्री का यह दौरा संवेदनशील परिदृश्य में हो रहा है, क्योंकि 2023 की ethnic violence के बाद Modi Manipur Visit 2025 पहली बार सीधी ग्राउंड उपस्थिति का संकेत दे रही है। केंद्र की प्राथमिकता शांति, पुनर्वास और डेवलपमेंट आउटरीच को आगे बढ़ाना बताया जा रहा है, जबकि विपक्ष इसे राजनीतिक संदेश के रूप में देख रहा है। इस संदर्भ में Modi Manipur Visit पर स्थानीय समुदायों, राजनीतिक दलों और प्रशासन की नज़र टिकी हुई है।
Modi Manipur Visit 2025: सियासी पृष्ठभूमि और ग्राउंड सिचुएशन
कई महीनों से सवाल उठता रहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर कब जाएंगे। अब Modi Manipur Visit 13 से 15 सितंबर के बीच तय है। यह दौरा पाँच राज्यों के व्यापक टूर का हिस्सा है जिसमें Mizoram, Manipur, Assam, West Bengal और Bihar शामिल हैं। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार करीब ₹71,850 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास प्रस्तावित है। मणिपुर से संबंधित हिस्से में Churachandpur और Imphal में अलग-अलग सार्वजनिक कार्यक्रम निर्धारित हैं।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि प्रधानमंत्री की यह पहली मणिपुर यात्रा 2023 की हिंसा के बाद हो रही है, जहाँ सैकड़ों जानें गईं और लाखों लोग प्रभावित हुए। इस पृष्ठभूमि में Modi Manipur Visit केवल विकास घोषणाओं तक सीमित नहीं दिखती बल्कि शांति संदेश, IDPs से मुलाकात और भरोसा बहाली का प्रयास भी शामिल है। स्थानीय एडमिनिस्ट्रेशन ने लॉ एंड ऑर्डर को शीर्ष प्राथमिकता दी है और सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
दूसरी ओर, सियासी हलचल भी तेज है। उखरूल के फुंग्यार क्षेत्र में BJP के करीब 43 कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के सामूहिक इस्तीफों ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया। मंडल अध्यक्ष से लेकर Mahila, Yuva और Kisan Morcha के प्रमुख और कई booth presidents तक ने घर वापसी जैसी बहस छेड़ दी है। पार्टी के कुछ नेताओं ने इन इस्तीफों को publicity stunt भी कहा है, जिससे स्पष्ट होता है कि Modi Manipur Visit से पहले आंतरिक द्वंद्व के आरोप प्रत्यारोप भी सामने हैं। इन घटनाओं का चुनावी गणित पर क्या असर पड़ेगा, यह आगे के दिनों में स्पष्ट होगा, पर इतना तय है कि दौरे की प्रतीकात्मकता के साथ राजनीतिक संदेश भी पढ़ा जाएगा।
पोस्टर कंट्रोवर्सी, सुरक्षा और लोकल रिस्पॉन्स
दौरे से पहले Churachandpur में पोस्टर्स और सजावट हटाने या नुकसान पहुंचाने की घटनाएँ रिपोर्ट में सामने आईं, जिसके बाद सुरक्षा और इंटेलिजेंस का फोकस और बढ़ गया। पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में होने की बात कही और आयोजन स्थलों के आसपास अतिरिक्त बैरिकेडिंग और crowd management प्लान लागू किया है। Modi Manipur Visit 2025 के संदर्भ में यह प्रतीकात्मक टकराव स्थानीय संवेदनशीलता को दर्शाता है।

सामाजिक संगठन और सिविल सोसायटी समूहों का एक बड़ा वर्ग कहता है कि लोगों की सबसे बड़ी जरूरत peace with justice है। इसलिए स्वागत बैनर जितने भव्य हों, उससे कहीं अधिक जरूरी है कि relief, rehabilitation और reconciliation की ठोस प्रगति दिखाई दे। यही वजह है कि Modi Manipur Visit के दौरान IDP camps के प्रतिनिधियों से सीधी बातचीत और भरोसा बहाली की किसी रूपरेखा को लोग गंभीरता से परखेंगे।
इसके समानांतर, प्रशासन ने नगा-बहुल इलाकों में सप्लाई चेन और border trade बहाली को लेकर भी अपीलें तेज की हैं ताकि दौरे के दौरान अनावश्यक व्यवधान न हो। इस पूरी प्रक्रिया में लोकल MLAs, सामुदायिक संगठनों और जिला प्रशासन की समन्वित भूमिका प्रमुख है। ग्राउंड परफेक्ट कार्यक्रम तभी माना जाएगा जब Modi Manipur Visit 2025 के बाद सामान्य जीवन, स्कूल, मार्केट और परिवहन में स्थिरता दिखे।
पाँच राज्यों का डेवलपमेंट एजेंडा और आगे की राह
पूरे टूर में Mizoram से शुरुआत मानी गई है, जहाँ Aizawl में ₹9,000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं पर काम शुरू और लोकार्पण प्रस्तावित है। मणिपुर में लगभग ₹8,500 करोड़ के प्रोजेक्ट्स पर फोकस बताया गया है, जिनमें Churachandpur Peace Ground से आधारशिला रखने और Imphal से कुछ उद्घाटन शामिल हैं। असम और बिहार में भी बड़े पैमाने पर आधारभूत ढांचा, aviation और rail connectivity से जुड़े प्रोजेक्ट्स की झलक मिलेगी। कोलकाता में Combined Commanders’ Conference जैसी रणनीतिक गतिविधियाँ इस टूर को केवल विकास तक सीमित नहीं रहने देतीं बल्कि national security और federal coordination के बड़े नैरेटिव में जोड़ती हैं।
लंबी अवधि में, Modi Manipur Visit 2025 का आकलन दो स्तरों पर होगा। पहला, क्या यह दौरा वास्तविक शांति प्रयास, संवाद और न्याय प्रक्रियाओं को तेज करता है। दूसरा, क्या घोषित प्रोजेक्ट्स की grounding समय पर शुरू होती है और क्या इनसे युवाओं के लिए jobs, बेहतर connectivity और social cohesion बढ़ता है। लोगों की अपेक्षा साफ है कि Modi Manipur Visit केवल भाषण और शिलान्यास से आगे बढ़कर healing and delivery दोनों का ठोस संदेश दे। यदि ऐसा हुआ तो यह यात्रा राजनीतिक विवादों से आगे निकलकर एक confidence-building मोमेंट बन सकती है।
News Link: PM to visit Mizoram, Manipur, Assam, West Bengal and Bihar from 13th to 15th September


