AI Video Controversy: बिहार कांग्रेस का वीडियो और BJP की तीखी प्रतिक्रिया

Bihar Election 2025: “AI Video Controversy” इस समय बिहार की राजनीति का सबसे गरम विषय बन चुका है। मंगलवार को बिहार कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर जारी एक वीडियो ने राष्ट्रीय राजनीतिक तापमान में अचानक इज़ाफा कर दिया। वीडियो में ऐसा दिखाया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सपना देख रहे हैं, जिसमें उनकी मां (Heeraben Modi) उन्हें राजनीति को लेकर फटकार रही हैं। वीडियो को AI (Artificial Intelligence) की मदद से जनरेट किया गया बताया जा रहा है। इस Controversy ने देश भर में तीखी प्रतिक्रिया और सवाल खड़े कर दिए हैं।

AI Video Controversy पर कार्रवाई की मांग

बीजेपी नेताओं ने इस AI Video Controversy को “मातृत्व और मर्यादा का अपमान” बताया है। पार्टी के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह हर उस भावनात्मक सीमा को पार कर देता है, जो एक सम्मानित राजनीतिकपरिवार के लिए स्वीकार्य हो। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह केवल व्यक्तिगत हमला नहीं, बल्कि नैतिक गिरावट का नया अध्याय है। गिरिराज सिंह ने कांग्रेस से इस AI Video Controversy पर कार्रवाई की मांग की और कहा कि ऐसे लोगों को सामाजिक और कानूनी तौर पर जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

वहीं, कांग्रेस ने Video Controversy के प्रति अपनी सफाई पेश की। पार्टी के मीडिया प्रमुख पवण खेड़ा ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो “एक माँ की शिक्षा” का संदेश है, जिसका उद्देश्य उस मां-पुत्र संबंध पर भावनात्मक कहानी पेश करना था, न कि किसी व्यक्ति का अपमान करना। उन्होंने कहा, “यह Controversy नहीं है… यदि किसी को यह अपमानजनक लगा हो तो यह उनकी संवेदनशीलता की बात है, वीडियो का मकसद शिक्षात्मक था।”

राजनीतिक विश्लेषकों का AI Video Controversy कहना

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस AI Video Controversy पारंपरिक चुनावी रणनीति से हटकर नई दिशा की ओर इशारा करता है, जहाँ सोशल मीडिया और AI तकनीक का इस्तेमाल व्यक्तिगत हमलों के लिए किया जा रहा है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि इस Video Controversy जैसी घटनाएं लोकतांत्रिक विमर्श (political discourse) को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं। वे कहते हैं कि जब राजनीतिक दलों ने विरोधियों को दुश्मनों की तरह पेश करना शुरू कर दिया, तो वह लोकतंत्र की गहराई में कमी का संकेत है।

पूर्व चुनाव अधिकारियों का मानना है कि AI generated Video Controversy से स्पष्ट होता है कि चुनावी मंच पर अब डिजिटल हथियारों का ज़्यादा इस्तेमाल हो रहा है। अभी तक चुनाव कानून इस तरह की परिस्थितियों को कवर नहीं करता, इसलिए अगर ऐसी घटनाएं आम हो गईं, तो चुनाव आयोग को नियमों में संशोधन की दिशा में सोचने की ज़रूरत है।

इस बीच बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि वीडियो ने किसी का नाम लिया नहीं है, और न ही किसी बुद्धिजीवि, नेता या व्यक्ति को निशाना बनाया गया है। यह केवल एक कथ्य (narrative) है, जनहित की बात उठाने का प्रयास। इस स्पष्टिकरण से वह यह समझाना चाहते हैं कि AI Video Controversy में कोई विशेष अपमानजनक इरादा शामिल नहीं था।

राजनीतिक विवेक की कहावत है की “जब मुद्दे खत्म हो जाएं, तो भावनाएँ मुद्दे बन जाती हैं।” AI Video Controversy इस चुनावी माहौल में भावनाओं की सीमाओं को तोड़ती सी दिख रही है। जैसे-जैसे बिहार चुनाव 2025 नज़दीक आ रहा है, Video Controversy जैसे मुद्दे यह सवाल खड़ा करते हैं कि क्या राजनीतिक दल विरोधियों को दुश्मनों की तरह ट्रिट कर रहे हैं, और क्या राजनीति में संवेदनशीलता की जगह निजी और निर्मित हमला ले चुका है?

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