Mutual Funds Kya Hai 2024: म्यूच्यूअल फंड्स क्या है?

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नमस्कार दोस्तों, आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से हम आपको Mutual Funds Kya Hai के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है Mutual Funds: Mutual Funds Kya Hai 2024 तो दोस्तों अगर आप भी म्यूच्यूअल फंड्स क्या है? के बारे में जानना चाहते है तो आप हमारे इस लेख को ध्यान से अंतिम तक जरुर पढ़े।

क्या होता है हाइब्रिड फंड, जानिए इसमें निवेश के फायदे?

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना सबसे सही और सुरक्षित विकल्प माना जाता है. कई तरह के अच्छे म्यूचुअल फंड बाजार में मौजूद हैं, जिनके जरिए हम अपना पैसा निवेश कर सकते हैं. उनमें से एक है हाइब्रिड फंड्स (Hybrid Funds). जब से शेयर बाजार में तेजी का रुख लौटा है तो ऐसे में हाइब्रिड फंड्स में लोगों का निवेश भी दोबारा से लौट आया है।

Mutual Funds: Mutual Funds Kya Hai 2021

Mutual Funds Kya Hai 2024

Mutual Funds एक तरह का Shares और Bonds में Indirect Investment होता है। म्यूच्यूअल फंड्स एक प्रकार की संस्था या ट्रस्ट होती है जो अपनी यूनिट्स (Shares) जारी करती है, जिसे खरीदकर लोग म्यूच्यूअल फण्ड में Invest करते है।

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना सबसे सही और सुरक्षित विकल्प माना जाता है. कई तरह के अच्छे म्यूचुअल फंड बाजार में मौजूद हैं, जिनके जरिए हम अपना पैसा निवेश कर सकते हैं. जब से शेयर बाजार में तेजी का रुख लौटा है तो ऐसे में हाइब्रिड फंड्स में लोगों का निवेश भी दोबारा से लौट आया है।

निवेशकों के बीच हमेशा से पसंदीदा रहने वाला फंड माना जाता है, तो हम आपको बताएंगे कि क्या होता है हाइब्रिड फंड्स और कैसे इसे बाकी म्यूचुअल फंड्स से अलग माना जाता है? साथ ही किसे हाइब्रिड फंड में निवेश करना चाहिए?

म्यूचुअल फंड के प्रकार (Types of Mutual Funds)

म्यूचुअल फंड को हम एसेट्स ( Asset Class) और संरचना यानी स्ट्रैक्चर (structure) के आधार पर दो हिस्सों में बांट सकते हैं.

एसेट्स के आधार पर म्यूचुअल फंड

इस प्रकार के म्यूचुअल फंड में किसी एक या एक से अधिक प्रकार की सम्पत्तियों में निवेश किया जाता है. यानी जो पैसा आपने म्यूचुअल फंड में जमा किया है उसे किसी एक या एक से अधिक जगह निवेश किया जाता है। एसेट क्लास के आधार पर भी म्यूचु्अल फंड को हम कई हिस्सों में बांट सकते हैं।

डेट फंड (Debts Funds)

डेट फंड ऐसे फंड होते हैं जो एक निश्चित इनकम रिटर्न देते हैं. डेट फंड कमर्शियल पेपर, ट्रेजरी बिल, कॉर्पोरेट बांड्स और अन्य कई मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं।

गिल्ट फंड (Gilt Fund)

गिल्ट फंड अपना पैसा सिर्फ गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में ही निवेश करते हैं. सरकार को पैसा देने की वजह से इस प्रकार के डेब्ट फंड में रिस्क नहीं की मात्रा में होता है।

लिक्विड फंड्स (Liquid Funds)

लिक्विड फंड वे म्यूचुअल फंड होते हैं जो किसी भी समय रीडीम करवाए जा सकते हैं. रिडेम्पशन का आवेदन करने के 24 घंटे के भीतर पैसा आपके बैंक अकाउंट में आ जाता है। लिक्विड फंड, डेट फंड की केटेगरी में सबसे कम रिटर्न देता है परंतु यह सुरक्षित भी अधिक होता है।

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लिक्विड फंड में आप कम से कम 3 दिन के लिए भी इन्वेस्ट कर सकते हैं. लिक्विड फंड्स जिन सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं उनकी मैच्योरिटी 91 दिन तक की होती है। लिक्विड फंड सेविंग अकाउंट और बैंक एफडी का सबसे अच्छा विकल्प है।

इक्विटी फंड (Equity Funds)

इक्विटी फंड, म्यूचुअल फंड में सबसे पॉपुलर फंड है. इक्विटी फंड में लोग ज्यादा रिस्क लेकर ज्यादा रिटर्न के लिए इन्वेस्ट करते हैं. इक्विटी म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर पूरा निवेश स्टॉक मार्केट में करता है। इक्विटी म्यूचुअल फंड को लार्ज कैपिटल, मिड कैपिटल, मल्टी कैपिटल और स्मॉल कैपिटल फंड में बांटा गया है।

लार्ज कैप फंड्स (Large Cap Funds)

लार्ज कैप फंड वे म्यूचुअल फंड्स होते हैं जो अपना पैसा बड़े मार्केट कैपिटल वाली कंपनी में लगाते हैं. लार्ज कैप कंपनी पहले से अपनी ग्रोथ प्राप्त कर चुकी होती है. इसलिए यहां रिटर्न कुछ कम मिलते हैं परंतु रिटर्न लगातार मिलता है. लार्ज कैप फंड में स्माल एंड मिडकैप की जगह कम रिस्क होता है।

मिड कैप फंड्स (Mid Cap Funds)

मिड कैप वाली कंपनी मध्यम श्रेणी की कंपनी होती हैं। ये वे कंपनियां होती हैं जिन्होंने अपने व्यापार को स्थापित कर लिया है और अब तरक्की की ओर बढ़ रही हैं। मिड कैप फंड लार्ज कैप फंड की तुलना में ज्यादा रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं।

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स्मॉल कैप फंड्स (Small Cap Funds)

स्मॉल कैपिटल फंड वाली कंपनियां मार्केट में नए कारोबार के साथ अपने-आप को स्थापित करने का प्रयास करती हैं। इनमें रिटर्न अच्छा मिलता है परंतु उसी हिसाब से रिस्की भी ज्यादा होता है।

मल्टी कैप फंड्स (Multi Cap Funds)

म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए यह कैटेगरी बहुत ही पॉपुलर है। इस फंड में लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों में एक तय रेश्यो में निवेश किया जाता है।

इनके अलावा फ्लैक्सी कैप फंड्स (Flexi Cap Funds), इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) और हाईब्रिड फंड्स (Hybrid Funds) आदि भी होते हैं।

म्‍यूचुअल फंड निवेश का अच्‍छा ऑप्‍शन

म्‍यूचुअल फंड (mutual fund) एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप किसी भी एसेट क्‍लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्‍ड खरीदने का प्‍लान है तो आपको गोल्‍ड फंड का ऑप्‍शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्‍टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्‍शन आपको मिल जाएंगे।

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म्‍यूचुअल फंड निवेश में आपको एक प्रोफेशनल की सलाह मिलती है। एक फंड मैनेजर की ओर से आपके पैसे का मैनेजमेंट किया जाता है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश दो तरीके से किया जा सकता है। एक है कि आप किसी फंड में एकमुश्‍त (lump sum) पैसा लगा दें. दूसरा तरीका SIP का है। SIP यानी सिस्‍टमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान, इसमें रेग्‍युलर मंथली निवेश करना होता है. SIP के जरिए 100 रुपये से भी निवेश शुरू किया जा सकता है।

हाइब्रिड फंड क्या है?

हाइब्रिड फंड वो म्यूचुअल फंड स्कीम है जो इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करती है. या फिर कहें तो एक ही फंड है जो कई तरह के एसेट क्लास में निवेश करता है. अगर बाजार में रिस्क कम लेना चाहते हैं तो आपके लिए हाइब्रिड फंड में निवेश करना एक बेहतर विकल्प है। क्योंकि, इनमें रिस्क से कम के साथ-साथ रिटर्न भी ज्यादा मिलता है।

म्यूच्यूअल फंड्स क्या है?

इन्वेस्ट की गयी रकम को म्यूच्यूअल फंड्स के प्रोफेशनल मैनेजर अपने ज्ञान, अनुभव, सूझबूझ और एनालिसिस के आधार पर कई प्रकार की प्रकार के Shares एंव अन्य सिक्योरिटीज में निवेश करते है। म्यूच्यूअल फण्ड में Investment का Benefit यह होता कि Professional Fund Manager सभी एकत्रित धनराशी को अपने ज्ञान के आधार पर सबसे बेस्ट तरीके से निवेश करने की कोशिश करते है जिसके बदले में वे कुछ फीस चार्ज करते है।

SIP Kya Hoti Hai?

एसआईपी का मतलब हैं – (Systematic Investment Plan) SIP म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का ही एक तरीका हैं। इसमें एकमुश्त (Lump Sum) निवेश की जगह हर महीने एक निश्चित राशी को Mutual Fund में निवेश किया जाता हैं।

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एसआईपी क्या होती है?

निवेशक के Bank Account को SIP Scheme से लिंक कर दिया जाता हैं जिससे हर महीने एक निश्चित राशि बैंक अकाउंट से म्यूच्यूअल फण्ड में ट्रान्सफर हो जाती हैं और उतनी राशि के बराबर म्यूच्यूअल फण्ड यूनिट्स निवेशक के अकाउंट में आ जाती हैं। सरल और आटोमेटिक होने के कारण SIP आजकल बहुत प्रचलित हैं।

जैसा कि शब्द से पता चलता है, एक हाइब्रिड फंड जोखिम सहनशीलता के विभिन्न स्तरों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए कई परिसंपत्ति वर्गों में निवेश करता है. आमतौर पर, निवेश इक्विटी और निश्चित आय के साधनों के मिश्रण में किया जाता है। जहां इंडेक्स फंड मुख्य रूप से इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं और डेट फंड फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज और अन्य डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं, वहीं हाइब्रिड फंड इक्विटी और डेट से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स दोनों में निवेश करते हैं. इसलिए इन्हें बैलेंस्ड फंड भी कहा जाता है।

क्यों बेहतर है हाइब्रिड फंड?

हाइब्रिड फंड की खासियत यह है कि फंड का पैसा इक्विटी के साथ डेट एसेट में भी लगाया जाता है. कई बार फंड का पैसा सोना में भी लगाया जाता है. अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश के कारण इसमें निवेश से डाइवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है।

मान लीजिए अगर इक्विटी में लगा पैसा कम होता है या बाजार के माहौल के मुताबिक बिगड़ता है तो डेट और सोने में लगे पैसे के जरिए फंड बैलेंस हो जाता है. ठीक अगर सोने में कमजोरी से फंड में रिटर्न कम होता है तो डेट और इक्विटी के जरिए बैलेंस हो जाता है. यानी की अलग-अलग एसेट क्लास यानी की डाइवर्सिफिकेशन से में निवेश करने से फंड को फायदा होता है।

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